> शिवन्या की रहस्यमय कहानी पार्ट 1 muh

शिवन्या की कहानी 

दोस्तो आज हम आपको 1 राहसिये मय कहानी बताने वाले है जो शायद आपने आज से पहले कही नही सुनी होगी ये कहानी बहुत ज्यादा इंटरेस्टिंग ओर रहसियमे होने वाली है तो आप इस पूरी कहानी को पड़ना मुझे पूरी उम्मीद है के कहानी आपको बेहद पसंद आएगी। तो चलिए कहानी शुरू करते है।


ये कहानी है सोनपुर की जहा 1 राज़ नाम का लड़का अपने परिवार के साथ रहता था उसके परिवार में उसकी माँ , पिता , बुआ , ओर मासा मासी साथ में रहते थे उसकी माता का नाम सीता था ओर उसके पिता का नाम देव था राज़ की 1 बहुत पियरी सी पत्नी भी थी जिसका नाम अवनि था राज़ ओर अवनि की कुछ दिन पहले ही शादी हुई थी शादी के तीन महीने बाद राज़ ओर अवनि अपने फार्म हाउस जाते है कुछ टाइम साथ में बिताने के लिए वो 1 रात वह रुकते है जब अगले दिन सुबह वो वह से घर के लिए निकलने वाले हो होते है पर उनके साथ भाग्य ऐसा खेल खेलता है जो उनकी जिंदगियो को ही बदल देता है जी हां जब वो फार्म हाउस से घर के लिए निकलने वाले होते है वहाँ एक हादसे की वजह से फार्म हाउस में भयंकर आग लग जाती है इस आग की वजह से राज़ की पत्नी अवनि की मौत हो जाती है




3 year later

3 साल बाद भी राज़ अपनी पत्नी की मौत के गम को भूला नही होता वो सोते जागते बस अवनि को ही याद करता न ही उसका काम में मैन लगता न ही घर में मानो वो वो जीती जगती लास बन गया हो ये सब देखकर राज़ के घर वाले उसकी दूसरी शादी करने के लिए राज़ को मजबूर करते है पर राज़ बार बार मना करता ।
परिवार वालो के बार बार कहने पर राज़ हा तो कह देता है पर वो परिवार वालो से साफ ये भी बोल देता है आप जिससे भी मेरी शादी करने वाले हो सायद में उससे पियार नही कर पाउगा न ही उस लड़की को खुश रख पाउगा।
कुछ दिनों बाद  राज़ की शादी शिवन्या नाम की एक अच्छी लड़की से हो जाती है शादी की पहली रात जब शिवन्या राज़ के करीब जाती है तो राज़ शिवन्या पर गुस्सा करकर बाहर चला जाता है शिवन्या को ज्यादा कुछ समझ नही आता पहले वो कुछ देर इंतेज़ार करती है राज़ का जब कुछ इंतेज़ार के बाद राज़ कमरे में नही आता तो शिवन्या उसे कमरे से बाहर घर में इधर उधर ढूंढने लगती है ओर वो कुछ खतरनाक देखती है।



शिवन्या ने किया देखा?

शिवन्या राज़ को पूरे घर में ढूंढते ढूंढते सबसे नीचे बेसमेंट में बहुचटी है ओर वो वाह जो देखती है उसे देखकर पूरी तरह से वो हिल जाती है
 वह वो 1 औरत को देखती है  जो लाल रंग की साड़ी पहनकर पेंटिंग कर रही होती है ओर जैसे हो shivanya उसके पास जाती है अचानक वो औरत वह से गायब हो जाती है ये सब घटना जब वो राज़ ओर उसके परिवार को बताती है तो न ही राज़ शिवन्या का भरोषा करता है ओर न ही राज़ का परिवार ।


 
शिवन्या से कुछ छिपाया जा रहा था?

शिवन्या को अक्सर इस घर में वो लाल रंग को साड़ी वाली औरत बार बार दिखती अब उसको उस घर में 5 दिन हो गए थे । उसने 1 बार वह वहा के servent को  राज़ की पुरानी वाइफ के बारे में बात करते सुना  की उसको पेंटिंग ओर singing करना बहुत पसंद था। उनकी बाते सुनकर शिवन्या ने राज़ की पुरानी वाइफ अवनि के बारे में ओर जानना चाहा तो servent ने उन्हें कुछ भी बताने से इनकार कर दिया ओर कहा इस घर में अवनि भाभी के बारे में बात करना सख्त मना है यह कोई उनके बारे में बात नही करता।




शिवन्या करने लगी राज़ की पत्नी के बारे में पता!

शिवन्या को जब बार बार इस घर में अजीब अजीब से चीजे दिखती  शिवन्या को उसको ये लगने लगा उस घर में  राज़ की पहली पत्नी की आत्मा है ओर उसने यह तय किया की वो सच तक पहुच कर रहेगी आखिर किया हुआ था अवनि के साथ।
राज़ से अवनि के बारे में पता करने के लिए शिवन्या राज़ के ओर करीब जाने लगी उसके दुख दर्द ओर बाटने लगी धीरे धीरे राज़ को भी शिवन्या में अवनि दिखने लगी ओर भी शिवन्या की थोड़ी बहुत care करने लगा राज़ ओर शिवन्या की शादी को अब तक 4 महीने हो चुके थे राज़ अवनि के बारे में बताया करता शिवन्या को वो ऐसी थी ओर उसको ये सब पसंद था  ओर इसी तरह शिवन्या ने राज़ से अवनि की मौत का सच दुबारा जानना चाहा राज़ हमेशा की तरह माना करता ओर गुस्सा करता। शिवन्या के बार बार बोलने पर राज़ आवनी के मौत कहानी सुनाता ये सब सुनकर शिवन्या रोने भी लगती ओर गुस्से भारी नजर से राज की ओर देखती। राज़ शिवन्या के emotion पहंचान लेता ओर पुछता शिवन्या से किया हुआ तुम ऐसे क्यों कर रही हो सब ठीक तो है shivnaya कहती हां ओर आगे जो होगा वो भी ठीक ही होगा।
 राज़ कहता  है में कुछ समझा नही ।
 Shivanay kehti कुछ नही सो जाओ ओर वो दोनों सो जाते है 
 अगले दिन शिवन्या राज़ के बताये हुए उस कमरे में जाती है जहा अवनि ज्यादा time रहती थी वह उसे अवनि से जुड़ी कुछ चीजे देखने को मिलती है उन सब को देखकर वो उलझ सी जाती है उसके सामने अवनि की प्रॉपर्टी के कागज़ मिलते है ओर वह एक चाकू भी मिलता है ये सब देखकर उसको ये तो समझ आने लगता है ये मौत कोई  हादसा नही कोई सोची समझी साजिश है किसी ने जान पूछकर अवनि को मरवाया ओर वो भी उसकी प्रॉपर्टी को हड़पने के लिए  उसे हैरत तो इस बात की भी हुई अवनि की जान लेने वाला उसी गजर में था





शिवन्या के सामने आया खूनी का असली चेहरा!

शिवन्या की परेशानी बढ़ती ही जा रही थी उसे समझ नही आ रहा था वो किस्से कहे वो दुबारा उसी रूम में  जाती है जहा अवनि सबसे ज्यादा टाइम स्पेंड किया करती थी उसके पीछे से कोई आकर वह के दरवाज़े को लॉक कर देता है शिवन्या कमरे में कैद होकर घबराने लगती है वो चिल्लाती है खोलो खोलो पर वह कोई वही आदमी या औरत वो जो कोई भी था उसकी आवाज़ आती है तुम इन सब के चक्कर में मत पड़ो वरना तुम्हरे साथ भी वही होगा जो अवनि के साथ हुआ था ।
शिवन्या समझ ही नही पाती वो आदमी या औरत कोन है बस वो रोती ओर कहती please मुझे छोर दो ।
7 से 8 घंटे बाद राज वहा आता है ओर दरवाज़े खोलकर   देखता है वहा शिवन्या को देखकर राज़ तो हैरान होता ही है साथ ही शिवन्या को जब होश आता है वो भी ये जान कर हैरान हो जाती है की उसको उस रूम से राज़ ने ढूंडा ओर बचाया है वो राज़ से पूछती आपको कैसे पता में वहा उस रूम में हु ।
राज़ कहता है मुघे ऐसा एहसास हुआ तुम वहा होंगी ओर वेसे भी मैने तुमसे वहा जाने को मना किया थ तुम सुनती कहा हो।
ये सुनकर शिवन्या को उसी आदमी या औरत की बात याद आ जाती है जो कहता या कहती है 'तुम इन सब में मटी पड़ो मेने पहले भी मनां किया है ओर अब फर कर रहा हु'।
यहाँ पर शिवन्या के दिमाग में 1 बहुत बडी confusion creat हो जाती है राज़ को लेकर 
वो बार बार सोचती अगर ये सच हुआ तो वो घबराती ओर रोती राज़ ऐसा कैसे कर सकता है वो अवनि को भला क्यो मरेगा ।
शिवन्या के सामने अवनि की मौत से पहले वाली लड़ाई के बारे में भी पता चलता है ये लड़ाई अवनि ओर राज़ की थी ओर फार्म हाउस जाने को लेकर थी उसी लड़ाई में राज़ अवनि से ये भी कहता है की वो उसको मार देगा।
अब सवाल ये है की किया सच मे राज़ ने अवनि को मारा? या कोई इसे फसा रहा है आगे पढ़िए-



शिवन्या करेगी राज़ का पर्दा फास!

शिवन्या को समझ नही आता की जो इंसान अपनी पत्नी से इतना पियार करता है वो उसकी जान कैसे ले सकता है शिवन्या बार बार खुद से कहती राज़ जो चेहरा तुम्हारा सामने है वो अंदर नही  ओर में तुम्हारे चेहरे पर से इस नकाप को हटा कर रहूंगी वो राज़ के सामने अवनि की साड़ी पहनकर ओर उसका पसन्दीदा गाना गाती जो अक्सर अवनि गया करती थी शिवन्या को देखर राज़ चोक सा जाता ओर शिवन्या पर गुस्सा करता आखिर चाहती किया हो तुम मुघे अवनि को भूलने कियो नही देती ओर राज़ की आंखों में अवनि के लिए पियार साफ नजर आ रहा था वो वह से चला जाता है 
शिवन्या सोचती है ओर खुद से बोलती है बहा लो ये नकली आंसू ये ड्रामा तुम कही सालो से कर रहे हो पर में जल्दी ही तुम्हारा सच दुनिया के सामने लाऊंगी।

दोस्तो आपको ये कहानी केसी लग रही है- आगे इस कहानी में असली खूनी ओर शिवन्या के असली चेहरे के बारे में पता चलेगा आखिर क्यो  वो अवनि की मौत का सच सामने ला रही है ओर उस राज़ को सज़ा दिलाना चाहती है।।
आगे की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में!!!
आपको आगे के पार्ट का लिंक हम दे देंगे।

Link soon - part 2


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